लेखनी प्रतियोगिता -11-Jan-2023 मेरी डायरी मेरा मित्र
विषय-मेरी डायरी
शीर्षक-मेरी डायरी मेरा मित्र
डायरी में लिखे जिंदगी के किस्से,
गम और हंसी के थे नगमे,
यादों के बन गए झरोखे।
डायरी में थी जिंदगी कहानी,
हर भावों में डूबी स्याही,
कोरे कागज पर शब्दों की शायरी।
हर पड़ाव डायरी में सिमटा,
आंसुओं का हिसाब लिक्खा,
यादों को शब्दों में पिरोया।
जब होता मन भारी,
डायरी बन जाती मेरी साथी,
हर बात उसमें लिख जाती।
डायरी बनी मेरी हमराज,
मेरी यादों को बनाया ताज,
छुपा कर रखती सब बात।
बचपन की लिखी मस्ती,
दोस्तों की अठखेली,
स्कूल की हर बात संजोई।
दीवानगी या जादू की झप्पी,
डायरी में थी सब यादों की हस्ती,
गुलाबों की सजोके रखती पंखुड़ी।
जवानी की बेड़ियों ने जकड़ा,
डायरी के पन्नों में लिखा जज्बा,
तोड़ बेड़ियों को किया पूरा सपना।
जब जब मिला राह में धोखा,
डायरी के पन्नों में आंसू को पौछा,
हरदम बढ़ाती थी मेरा हौसला।
जब भी टूटती थी मैं,
हाथ थाम लेती थी मेरा,
वो कहती हरदम साथ दूंगी तेरा।
मेरी डायरी मेरा सच्चा मित्र,
उसमें फैला है यादों का इत्र,
डायरी है मेरे जीवन के संग।
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा"प्रिया"
Punam verma
12-Jan-2023 09:01 AM
Very nice
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Abhinav ji
12-Jan-2023 07:57 AM
Very nice 👍👌
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Gunjan Kamal
11-Jan-2023 10:38 PM
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति 🙏🏻🙏🏻
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